RBI Repo Rate – अगर आप होम लोन या कार लोन चुका रहे हैं या लेने का प्लान कर रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है। इससे आपकी हर महीने की EMI (मासिक किस्त) अब कम हो सकती है। इससे आपकी जेब पर बोझ थोड़ा हल्का होगा और आपकी सेविंग बढ़ सकती है।
अब सवाल ये आता है – ये रेपो रेट होती क्या है? और इसका हमारी EMI से क्या रिश्ता है? चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
रेपो रेट क्या होती है?
रेपो रेट वो ब्याज दर होती है जिस पर RBI बाकी बैंकों को थोड़े समय के लिए कर्ज देता है। जब रेपो रेट कम होती है, तो बैंक भी सस्ते में पैसा उधार लेते हैं। इसका फायदा आम लोगों को मिलता है, क्योंकि बैंक हमें भी सस्ती ब्याज दर पर लोन देने लगते हैं।
सीधी भाषा में:
- रेपो रेट में कटौती = सस्ता लोन + कम EMI
- रेपो रेट में बढ़ोतरी = महंगा लोन + ज्यादा EMI
मतलब, रेपो रेट का सीधा असर हमारी जेब पर पड़ता है।
इस बार RBI ने कितना घटाया है?
इस बार RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है। पहले यह 6.50% थी, अब इसे घटाकर 6.25% कर दिया गया है। यह कटौती छोटे लगने के बावजूद आपकी EMI पर बड़ा असर डाल सकती है।
इसका असर आपको मिलेगा अगर आपने फ्लोटिंग रेट लोन लिया है – यानी ऐसा लोन जिसकी ब्याज दर समय के साथ बदलती रहती है।
EMI में कितना फर्क पड़ेगा?
चलो एक उदाहरण से समझते हैं।
अगर आपने ₹30 लाख का होम लोन 20 साल के लिए लिया है, तो:
- पहले ब्याज दर 6.50% थी – EMI बनती थी ₹22,370
- अब दर 6.25% हो गई – EMI होगी ₹21,750
- हर महीने की बचत = ₹620
- 20 साल में कुल बचत = ₹1,48,800
यहां कुछ और उदाहरण हैं:
लोन राशि | ब्याज दर | अवधि (साल) | पुरानी EMI | नई EMI | कुल बचत |
---|---|---|---|---|---|
₹30 लाख | 6.50% | 20 | ₹22,370 | ₹21,750 | ₹1,48,800 |
₹20 लाख | 6.50% | 15 | ₹17,384 | ₹16,850 | ₹95,760 |
₹10 लाख | 6.50% | 10 | ₹11,356 | ₹11,050 | ₹36,720 |
किन लोन पर पड़ेगा असर?
RBI की इस कटौती का फायदा उन लोन पर मिलता है जो रेपो रेट से लिंक्ड फ्लोटिंग रेट पर होते हैं। जैसे:
- होम लोन
- कार लोन
- एजुकेशन लोन
- MSME (छोटे व्यापार) लोन
- कुछ मामलों में क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें भी प्रभावित होती हैं
लेकिन अगर आपने फिक्स्ड रेट पर लोन लिया है, तो आपको तुरंत फायदा नहीं मिलेगा। हाँ, आप चाहें तो लोन को रीफाइनेंस कर सकते हैं।
आम आदमी को इससे क्या फायदा होगा?
- EMI में राहत अगर आपका लोन रेपो रेट से लिंक्ड है, तो EMI में कमी आएगी। इससे आपकी मंथली सेविंग बढ़ेगी।
- नया लोन लेना सस्ता हो जाएगा: अगर आप घर या गाड़ी लेने का सोच रहे हैं, तो ये परफेक्ट टाइम है।
- पुराने लोन को ट्रांसफर करने का मौका: अगर आपका लोन फिक्स्ड रेट पर है, तो आप किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर करके सस्ती दर पा सकते हैं।
- निवेश के नए मौके: ब्याज दरें कम होने से रियल एस्टेट, शेयर मार्केट और गोल्ड जैसे सेक्टर में निवेश के अच्छे मौके बनते हैं।
मेरी खुद की कहानी
- 2021 में मैंने ₹25 लाख का होम लोन लिया था – ब्याज दर थी 7.25%।
- 2023 में जब RBI ने रेपो रेट घटाई, तो बैंक ने मेरी ब्याज दर घटाकर 6.75% कर दी।
- EMI में हर महीने ₹700 की बचत होने लगी।
- पूरे 20 साल में ये ₹1.5 लाख से ज़्यादा की बचत बन गई।
बस तभी से मैंने समझा कि रेपो रेट की खबरों पर ध्यान देना फायदेमंद होता है।
ध्यान देने वाली बातें
- EMI में बदलाव तुरंत नहीं होता, 1-2 महीने का टाइम लग सकता है
- लोन लेते वक्त बैंक की शर्तें जरूर पढ़ें
- फिक्स्ड रेट लोन वालों को फायदा नहीं मिलता
- लोन ट्रांसफर करने से पहले प्री-पेमेंट चार्ज या प्रोसेसिंग फीस ज़रूर जानें
RBI की रेपो रेट कटौती से एक आम इंसान को बड़ी राहत मिलती है। EMI कम होती है, सेविंग बढ़ती है और फाइनेंशियल प्लानिंग आसान होती है। चाहे नया लोन लेना हो या पुराने को सस्ते में बदलना हो – अभी एक अच्छा मौका है।
तो अगर आपने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया, तो अब वक्त है। अपने बैंक से बात करें, EMI स्टेटमेंट चेक करें और जहां बचत हो सकती है, वहां फायदा उठाइए।