Ladli Behna Yojana 23rd Installment – मध्य प्रदेश की लाखों महिलाओं को हर महीने मिलने वाला 1250 रुपये का सहारा—लाडली बहना योजना की किस्त—इस बार थोड़ा लेट हो गई है। आमतौर पर ये पैसा हर महीने की 10 तारीख तक खातों में पहुंच जाता है, लेकिन अप्रैल में अब तक पैसा नहीं आया है। ऐसे में महिलाएं और उनके परिवार थोड़ा परेशान हैं कि आखिर इस बार देरी क्यों हो रही है?
दरअसल, सरकारी सूत्रों का कहना है कि ये देरी ‘कैश लिक्विडिटी मैनेजमेंट’ यानी सरकार के फाइनेंशियल सिस्टम के चलते हुई है। हर नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में कई बार पैसों के आवंटन और ट्रांसफर में थोड़ा टाइम लग जाता है। अब खबर ये है कि 13 अप्रैल के आसपास ये पैसा खातों में आ जाएगा। यानी कुछ दिन की देरी है, लेकिन पैसा जरूर मिलेगा।
पैसा कहाँ से आता है?
कई लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि लाडली बहना योजना का पैसा राज्य सरकार देती है या केंद्र सरकार? तो साफ कर दें—ये पैसा केंद्र सरकार से राज्य सरकार को आता है। उसके बाद राज्य का वित्त विभाग इसे रिलीज करता है और फिर महिला एवं बाल विकास विभाग (WCD) के ज़रिए यह महिलाओं के खातों तक पहुंचता है।
इस बार यही प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो गई है। बताया जा रहा है कि फंड आने में थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन यह कोई बड़ी दिक्कत नहीं है। सिस्टम चल रहा है और कुछ ही दिन में पैसा रिलीज हो जाएगा।
लाडली बहना योजना क्या है?
अगर आप पहली बार इस योजना के बारे में सुन रहे हैं तो बता दें—लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए शुरू की गई एक बड़ी योजना है। इसे 2023 में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने लॉन्च किया था। इस योजना के तहत राज्य की करीब 1.2 करोड़ महिलाओं को हर महीने 1250 रुपये मिलते हैं।
इस योजना का मकसद महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे अपनी छोटी-छोटी जरूरतें खुद पूरी कर सकें। चाहे बच्चों की पढ़ाई हो, घर की जरूरतें हों या कोई और खर्च—इससे थोड़ी राहत तो मिलती ही है।
चुनाव में भी बनी थी गेमचेंजर
लाडली बहना योजना सिर्फ एक आर्थिक मदद नहीं, बल्कि चुनावी नजरिए से भी बहुत अहम रही है। 2023 के चुनावों में इस योजना ने बीजेपी को काफी फायदा पहुंचाया था। यही वजह थी कि इसे पूरी ताकत से लागू किया गया। लेकिन एक बात भी है—इस योजना से सरकार पर हर महीने करीब 1500 करोड़ रुपये का खर्च आता है। ऐसे में अगर थोड़ा फंड मैनेजमेंट गड़बड़ाए, तो असर तो दिखेगा ही।
देरी की वजह—कोई नहीं बोल रहा खुलकर
इस बार पैसे में देरी हुई है, लेकिन कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रहा है। चाहे वित्त विभाग हो या WCD विभाग, सब चुप्पी साधे हुए हैं। कोई कहता है ‘पता नहीं’, तो कोई कहता है ‘ऊपर से जानकारी नहीं आई है’।
हालांकि अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक इस बार सिर्फ प्रोसेसिंग में देरी हुई है। कुछ अफसरों ने नाम न बताने की शर्त पर ये भी कहा कि फंड की कोई कमी नहीं है। पैसा है, बस रिलीज करने में थोड़ा टाइम लग रहा है।
राहत की बात—13 अप्रैल तक आ सकता है पैसा
जो महिलाएं चिंता में हैं उनके लिए अच्छी खबर ये है कि 13 अप्रैल तक पैसा आने की पूरी संभावना है। सरकारी सिस्टम में सब चीजें धीरे-धीरे अपनी जगह पर आ रही हैं और इस हफ्ते के आखिर तक पैसा खातों में ट्रांसफर हो जाएगा।
इसलिए घबराने की ज़रूरत नहीं है। बस कुछ दिन का इंतज़ार और कर लीजिए। आपकी अगली लाडली बहना किस्त जल्द ही आपके खाते में होगी।